जखौरा क्षेत्र के खास ठेकेदार की फर्म पर इंजीनियर की खास मेहरबानी
जाखलौन, धौर्रा क्लस्टर के बाद भी कल्याणपुरा क्लस्टर की ग्राम पंचायतों में हो रहा है खास फर्म पर भुगतान
ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहा है कन्सल्टिंग इंजीनियर यशपाल
ललितपुर। पंचायती राज विभाग द्वारा ग्राम पंचायतों में कार्ययोजना, स्टीमेट व एमबी करने के लिए तैनात किये गये कन्सल्टिंग इंजीनियर द्वारा बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। कई कन्सल्टिंग इंजीनियर ग्राम पंचायतों में अपने पसंदीदा ठेकेदार से आपूर्ति भी करा रहे है। ऐसे कन्सल्टिंग इंजीनियर में विकासखण्ड़ बिरधा में तैनात यशपाल यादव शामिल है। वह जिस ग्राम पंचायत में जाते है वहां विकासखण्ड़ जखौरा के एक ठेकेदार की फर्म के बिल लगवाने पर जोर दिया जाता है। डीपीआरओ की मेहरबानी से इस कन्सल्टिंग इंजीनियर द्वारा लगभग 20 से अधिक ग्राम पंचायतों का प्रभार देखा जा रहा है।
वर्ष 2022 में पंचायत राज विभाग द्वारा ग्राम पंचायतों में कार्ययोजना, स्टीमेट व एमबी के कार्यो के संपादन के लिए कन्सल्टिंग इंजीनियरों की तैनाती की गयी थी। इन कन्सल्टिंग इंजीनियरों को कार्ययोजना तैयार करने व स्टीमेट बनाने के एवज में 2 फीसदी कमीशन मिलने का अनुबंध हुआ था। संपूर्ण जनपद में 21 कन्सल्टिंग इंजीनियरों की तैनाती भी गयी थी। परन्तु समय बीतने के साथ यह कन्सल्टिंग इंजीनियर ग्राम पंचायतों में व्याप्त भ्रष्टाचार में लिप्त हो गये। स्टीमेट की धनराशि के साथ-साथ इन्होंने अपना कमीशन भी तय कर लिया है और कई कन्सल्टिंग इंजीनियर तो अपन चहेते ठेकेदारों की फर्म भी ग्राम पंचायतों में लगवा रहे है। अर्थात वह सामग्री आपूर्ति की ठेकेदारी भी करने लगे है।
ऐसे ही कन्सल्टिंग इंजीनियर में विकासखण्ड़ बिरधा में तैनात यशपाल यादव का नाम शामिल है। जो डीपीआरओ की मेहरबानी से लगभग 2 दर्जन ग्राम पंचायतों का प्रभार देख रहे है। इस कन्सल्टिंग इंजीनियर की तैनात जब से हुई है। तब से बड़े पैमाने पर इसके द्वारा भ्रष्टाचार किया जा रहा है। पूर्व में जब यह जाखलौन व धोर्रा क्षेत्र की ग्राम पंचायतों का प्रभार देख रहा था, तब भी इसके द्वारा बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया। साथ ही जखौरा क्षेत्र के ठेकेदार पर यह मेहरबान रहा। जाखलौन से लेकर कई ग्राम पंचायतों में इस ठेकेदार के बिल लगाये गये हे। जिन पर लाखों रूपये का भुगतान हुआ है। अब जब यशपाल यादव की तैनाती कल्याणपुरा, खितवांस क्लस्टर में हुई है। तब से इस क्लस्टर में आने वाली ग्राम पंचायतों में उक्त फर्मो के बिल लगाये जा रहे है। हाल में ग्राम पंचायत कचनौंदाकलां में ठेकेदार एपीआर कंस्ट्रक्शन के नाम पर लाखों रूपये का भुगतान हुआ है। जो कन्सल्टिंग इंजीनियर यशपाल यादव के खास ठेकेदार की फर्म है। साथ ही कई अन्य ग्राम पंचायतों में प्रधानों व सचिवों से भी अपने खास ठेकेदार की फर्म पर भुगतान करने के लिए कहा जा रहा है।
जनपद दौरे पर आ रहे निदेशक पंचायती राज से की जायेगी कन्सल्टिंग इंजीनियर के कारनामों की शिकायत
विकासखण्ड़ बिरधा की ग्राम पंचायतों में कन्सल्टिंग इंजीनियर यशपाल यादव द्वारा अधिकारियों की मिलीभगत से जो भ्रष्टाचार व कमीशनखोरी की जा रही है उसकी शिकायत 30 दिसंबर को जनपद दौरे पर आ रहे पंचायती राज विभाग के निदेशक अटल राय से की जायेगी। उल्लेखनीय है कि पंचायती राज विभाग के निदेशक अटल राय 30 दिसंबर को जनपद दौरे पर आ रहे है। उनका प्रभास माताटीला रेस्ट हाउस में रहेगा। इस दौरान वह ग्राम पंचायतों व जिला पंचायत द्वारा कराये गये निर्माण कार्यो का दौरान करेंगे।
डीएम के आदेश को ताक पर रखकर कन्सल्टिंग इंजीनियर से लिया जा रहा है कार्य
जिला पंचायत राज अधिकारी व ग्राम पंचायत अधिकारियों द्वारा उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करते हुए कन्सल्टिंग इंजीनियर से कार्य लिया जा रहा है। जून माह में जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने कन्सल्टिंग इंजीनियर को हटाने के आदेश दिये थे। क्योंकि कन्सल्टिंग इंजीनियर के द्वारा 1 वर्ष में जो कार्य किये गये थे उनकी गुणवत्ता संतोषजन नही पाई गयी थी। इसलिए ग्राम पंचायतों को निर्देश दिये गये थे कि इनसे कार्य लेने की अनिवार्यता नही रहेगी। ग्राम पंचायत किसी विभाग के अवर अभियंता से स्टीमेट तैयार कराकर एमबी करा सकती है। लेकिन ग्राम पंचायतों द्वारा जिलाधिकारी के आदेश की अवहेलना करते हुए अभी भी कन्सल्टिंग इंजीनियर से कार्य लिया जा रहा है। कई कर्मचारियों व प्रधानों ने दबी जुबान से बताया कि डीपीआरओ द्वारा कन्सल्टिंग इंजीनियर से कार्य कराने की बाध्यता निर्धारित की गयी है। इनके द्वारा कन्सल्टिंग इंजीनियरों से कार्य लिया जा रहा है।