Wednesday, January 15, 2025

मूंगफली खरीदः जिला सहकारी विकास संघ के क्रय केन्द्र पर कब होगी कार्यवाही

- Advertisement -
Oplus_131072


एसडीएम ने क्रय केन्द्र पर ट्रक व पिकअप में जब्त की थी 132 कुंतल मूंगफली
मामला सुर्खियों में आने के बाद एसडीएम न्यायिक द्वारा की जा रही है मामले की जांच
पीसीयू ने पर्याप्त संसाधन न होने के बाद भी संस्था को आवंटित किया क्रय केन्द्र

ललितपुर। अमरपुर मंडी में मूंगफली क्रय केन्द्र पर पकड़े गये ट्रक व पिकअप के मामले में अब तक न तो क्रय केन्द्र प्रभारी पर कोई कार्यवाही हुई और न ही क्रय एजेंसी जिला सहकारी विकास संघ लिमिटेड को ब्लैक लिस्टेड किया गया है। जबकि उप जिलाधिकारी ने ट्रक व पिकअप में क्रय केन्द्र पर बिकने आयी मूंगफली को पकड़ा था। अभी तक इस प्रकरण में केवल जांच की जा रही है। जबकि उक्त मामला एक सप्ताह पूर्व का है। उप जिलाधिकारी न्यायायिक मनीष कुमार इस मामले की जांच कर रहे है।
वर्तमान में उत्तर प्रदेश प्राइस सर्पोट स्कीम (पीएसएस) के अन्तर्गत विभिन्न क्रय केन्द्रों पर मूंगफली, उर्द, तिल व मूंग की फसल का क्रय एमएसपी पर किया जा रहा है। इसके लिए जनपद में पीसीएफ, पीसीयू, जैफेड व उत्तर प्रदेश उपभोक्ता सहकारी संघ लिमिटेड द्वारा 33 क्रय केन्द्र खोले गये है। जिस पर फसलों की खरीद की जा रह है। परन्तु वर्तमान में मूंगफली के बाजार के भाव व एमएसपी के भाव में भारी अन्तर है। इस कारण खाद्यान्न माफिया, बिचौलिये व व्यापारी अधिकारी मुनाफा के चक्कर में किसानों के प्रपत्रों का प्रयोग कर अपना माल क्रय केन्द्रों पर डाल रहे है। इसकी शिकायतें पूर्व में भी की गयी थी। परन्तु अधिकारी चैन की नींद सो रहे थे।
11 दिसंबर को अमरपुर मण्डी में जिला सहकारी विकास संघ लिमिटेड के क्रय केंद्र का उपजिलाधिकारी द्वारा निरीक्षण किया गया। इस दौरान एक ट्रक व पिकअप में मूंगफली का माल लोड था और वह क्रय केन्द्र पर बिकने आया था। उन्होंने मूंगफली की फसल के संबंध में किसानों से जानकारी मांगी परन्तु कोई नही बोला। जब उन्होंने कार्यवाही करने के लिए कहा तो एक किसान सामने आया लेकिन वह खतौनी व भूमि संबंधी अन्य कोई दस्तावेज नही दिखा सका। इसके बाद दोनो वाहनों को मौके से उपजिलाधिकारी द्वारा जब्त कर लिया गया। ट्रक में 100 कुन्तल व पिकअप में 32 कुन्तल मूंगफली बतायी गयी थी। इस केन्द्र का प्रभारी अजय राजपूत था। मामला सुर्खियों में आने के बाद उप जिलाधिकारी न्यायिक को मामले की जांच सौंपी गयी थी। लेकिन एक सप्ताह व्यतीत होने के बाद इस प्रकरण में न तो क्रय केन्द्र प्रभारी व संस्था पर एफआईआर दर्ज करायी गयी है और न ही संस्था को ब्लैक लिस्टेड करने की कार्यवाही की गयी है। जानकारी के अनुसार उपरोक्त केन्द्र सत्ताधारी के एक दलबदलू नेता और उसके पुत्र के द्वारा संचालित किया जा रहा है। इसलिए संभवत मामला दबाने का प्रयास किया जा रहा है।

सत्ताधारी दल के दलबदलू नेता व उसके पुत्र के संरक्षण में चल रहा है क्रय केन्द्र
जिला सहकारी विकास संघ को उत्तर प्रदेश कॉआपरेटिव यूनियन लखनऊ द्वारा मूंगफली व अन्य फसलों का क्रय केन्द्र आवंटित किया गया है। इस संस्था के पास न तो इतने संसाधन है कि वह अपने स्तर से क्रय केन्द्र का संचालन कर सके और न ही जनपद में इस संस्था के पास अन्य संसाधन उपलब्ध है। लेकिन लेन-देन कर पीसीयू द्वारा इस संस्था को क्रय केन्द्र का आवंटन कर दिया गया। इस संस्था का क्रय केन्द्र सत्ताधारी दल के एक दलबदलू नेता व उसके पुत्र द्वारा किया जा रहा है। जबसे क्रय केन्द्र का संचालन शुरू हुआ है। तबसे आजादपुरा स्थित इसके आवास पर बिचौलियों का जमावड़ा लगा रहता है। जहां किसानों के फर्जी प्रपत्रों का प्रयोग कर मूंगफली की फसल का क्रय किया जा रहा है। जिला प्रशासन को इस संस्था पर तत्काल कार्यवाही करनी चाहिए। ताकि वास्तविक किसानों को इसका लाभ मिल सके और इस प्रकार के दलाल दलबदलू नेताओं के खजाने न भर पाये।

आप की राय

क्या INDIA गठबंधन 2024 चुनाव में पीएम मोदी और एनडीए को टक्कर दे पाएगा?

View Results

Loading ... Loading ...
Latest news
Related news