Wednesday, January 15, 2025

पीसीएफ- लाखों रूपये की डीएपी गबन मामले में भंडार नायक निलंबित

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प्रबंध निदेशक ने की कार्यवाही, मुख्यालय संबद्ध हुआ भंडार नायक
पूर्व में भी कई बार डीएपी व यूरिया का गबन कर चुका था भंडार नायक रविभूषण कुशवाहा


ललितपुर। पीसीएफ के गोदाम से 1470 बोरी डीएपी गायब करने के मामले में दोषी भंडार नायक रविभूषण कुशवाहा को प्रबंध निदेशक ने निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि के दौरान रविभूषण कुशवाहा मुख्यालय से संबद्ध रहेंगे और विभागीय जांच के लिए उप महाप्रबंधक वैभव कुमार को जांच अधिकारी नामित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि जनपद के पीसीएफ गोदाम के भंडार नायक रविभूषण कुशवाहा का स्थानांतरण जनपद प्रतापगढ़ हो गया था। स्थानांतरण के बाद रविभूषण कुशवाहा द्वारा जब दूसरे भंडार नायक को बफर स्टॉक गोदाम का चार्ज दिया गया उस दौरान मामला प्रकाश में आया था कि 73.50 मैट्रिक टन डीएपी, लगभग 1470 बोरी स्टॉक से गायब है। जिसका कोई हिसाब किताब नही मिल रहा है। जिला प्रबंधक व क्षेत्रीय प्रबंधक पीसीएफ ने जब रविभूषण कुशवाहा को नोटिस जारी किया था। इसके बाद भी दोषी भंडार नायक द्वारा कोई उचित जबाव नही किया गया। इस दौरान मामला पैनी नजर ने प्रमुखता से 23 अक्टूबर में प्रकाशित किया था।
जिसके बाद जिला प्रबंधक आनंद कुमार सिंह ने भंडार नायक रविभूषण कुशवाहा व रमेश चन्द्र के विरूद्ध थाना कोतवाली ललितपुर में मु0अ0स0 1027/2024 थाना कोतवाली ललितपुर में गबन सहित विभिन्न धाराओं में दर्ज कराया था। इसके बाद पीसीएफ मुख्यालय से आई टीम ने भी मामले की जांच की थी। परन्तु भ्रष्टाचार व गबन के दोषी भंडार नायक रवि भूषण कुशवाहा को निलंबित नही किया गया था। इसके बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने भी इस मामले में संज्ञान लिया था। तब जाकर 27 नवम्बर 2024 को प्रबंध निदेश पीसीएफ संजय कुमार ने भंडार नायक रविभूषण कुशवाहा के निलंबन का आदेश जारी कर दिया। निलंबन के दौरान उक्त कर्मचारी मुख्यालय से संबद्ध रहेगा और वैभव कुमार उप महा प्रबंधक मामले की जांच करेंगे।

पीसीएफ भंडार नायक ने लगाये परिवहन ठेकेदार पर डीएपी ले जाने के आरोप
पीसीएफ के बफर स्टॉक से 1470 बोरी डीएपी जो लगभग 20 लाख रूपये की कीमत की गायब हुई है। इस मामले में निलंबित भंडार नायक रविभूषण कुशवाहा द्वारा दिनंाक 26 नवम्बर 2024 को क्षेत्रीय प्रबंधक पीसीएफ झांसी को जो लिखित जबाव दिया है, वह भी हैरान करने वाला है। उसने बताया कि 1470 बोरी डीएपी इफको बाजार को दी गयी है। परिवहन ठेकेदार अपने ट्रक और लेवर लेकर आये और डीएपी उठाकर ले गये। जो इफको बाजार गयी थी। कई बार कहने के बाद भी इनके द्वारा डीएपी की धनराशि जमा नही करायी गयी। रवि कुशवाहा ने बताया कि परिवहन ठेकेदार बिना डीओ और बिना आरओ के उर्वरक को अपने इफको बाजार में उतार लेते है और जब रूपये जमा कराने की बात आती है तो इनके द्वारा हीलाहवाली की जाती है। इफको बाजार ललितपुर व महरौनी में भी पीसीएफ की गोदाम से भी कई बार जबरन माल उठाकर ले गये। रवि कुशवाहा के अनुसार दिनांक 21 अक्टूबर 2024 को चालान संख्या 10/1820,11/1820, 12/1820 के माध्यम से इफको बाजार को 73 मैट्रिक टन डीएपी दी गयी थी। परन्तु जब रूपये जमा करने की बात आयी तो इफको बाजार के मालिक/ परिवहन ठेकेदार द्वारा हीलाहवाली की जाती रही। इससे स्पष्ट है कि जो 1470 बोरी डीएपी बफर स्टॉक से गायब हुई है उसमें परिवहन ठेकेदार व इफको बाजार की भी मिलीभगत है।


डीएपी गबन के मामले की जांच के लिए एसपी ने गठित की एसआईटी
पीसीएफ गोदाम के बफर स्टाक से 1470 बोरी डीएपी गायब करने के मामले में जिला प्रबंधक द्वारा जो एफआईआर थाना कोतवाली ललितपुर में दर्ज करायी गयी थी। उस मामले की जांच के लिए पुलिस अधीक्षक ने एसआईटी गठित की है। एसआईटी में सीओ सदर अभय नारायण राय, प्रभारी निरीक्षक रमेश चन्द्र मिश्रा, निरीक्षक नरेन्द्र सिंह, जर्नादन व उप निरीक्षक अंकित कौशिक शामिल है। जो मामले की जांच करेगी।

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