पीसीयू, जैफेड व उपभोक्ता सहकारी संघ ने ललितपुर में कई बाहरी संस्थाओं को किया क्रय केन्द्रों का आवंटन
खरीद के बाद बाहरी संस्थाएं हो जाती है गायब, किसान भुगतान के लिए रहते परेशान
ललितपुर। जनपद में पीएमएस के अन्तर्गत खरीफ वर्ष 2024-25 में मूंगफली की सरकारी खरीद का सीजन जैसे ही प्रारंभ हुआ। जनपद के बाहर की संस्थाओं को खरीद केन्द्र आवंटित करने का खेल चालू हो गया। पूर्व में जो खरीद हुई है उसमें जनपद के बाहर की दागी संस्थाओं ने किसानों से फसल तो खरीद ली परन्तु उनका भुगतान नही किया। सैंकड़ो किसान आज भी परेशान घूम रहे है। वहीं खरीद संस्थाएं खरीद कर अपना बोरिया बिस्तर बांध कर यहां से चली गयी। किसान भुगतान के लिए अधिकारियों के चक्कर काट रहे है।
जनपद में हर वर्ष रवी व खरीफ सीजन में सरकार द्वारा विभिन्न क्रय एजेंसियों को खरीद का लक्ष्य आवंटित किया जाता है। क्रय एजेंसिया लक्ष्य के सापेक्ष विभिन्न संस्थाओं को खरीद क्रेन्द्र खोलने की अनुमति देती है। जनपद में विभिन्न संस्थाओं द्वारा खोले गये खरीद क्रेन्द्रो का दागी इतिहास रहा है। क्रय संस्थाओं द्वारा फसलों की खरीद तो कर ली जाती है। परन्तु जब भुगतान का समय आता है तो अपना बोरिया बिस्तर समेट कर भाग जाती है। सबसे अधिक यह खेल जनपद के बाहर की संस्थाओं द्वारा किया जाता है।
जानकारी के अनुसार इस बार जनपद में मूंगफली की बम्फर पैदावार हुई है। इस मूंगफली खरीद का लक्ष्य भारत सरकार की संस्था नैफेड व एनसीसीएफ द्वारा निर्धारित किया जाता है। यह संस्थाएं प्रदेश की क्रय एजेंसी पीसीयू, जैफेड, पीसीएफ सहित तमाम संस्थाओं को खरीद का लक्ष्य आवंटित कर देती है। यह संस्थाएं जनपद वार लक्ष्य निर्धारित कर संस्थाओं के माध्यम से खरीद केन्द्र खोलकर फसलों की खरीद की जाती है। जनपद ललितपुर में कई बाहर की संस्थाओं को हाल ही में खरीद केन्द्र आवंटित कर दिये गये है। जो मूंगफली की खरीद करेंगी। जानकारी के अनुसार जनपद के बाहर की 12 संस्थाओं को खरीद केन्द्र आवंटित किये गये है। जिनका अनुमोदन होना अभी बाकी है। पूर्व में भी इनमें से कई संस्थाओं ने खरीद तो कर ली। परन्तु किसानों के भुगतान कर समय आया तो भाग गई। किसान आज भी अपनी फसल की भुगतान के लिए परेशान है। जिलाधिकारी इस प्रकरण का संज्ञान लेकर जनपद के बाहर की संस्थाओं को खरीद केन्द्र आवंटित नही करने चाहिए। क्योंकि बाहर की संस्थाएं न तो स्थानीय स्तर पर कोई अपना अधिकृत व्यक्ति खरीद के लिए नामित करती है और न ही खरीद में पारदर्शिता रखती है। जिससे फसल खरीद में ही लाखों रूपये की ही अवैध धन वसूली हो जाती है और किसानों की जगह व्यापारियों की फसल क्रय की जाती है। इसलिए जिलाधिकारी को इस प्रकरण का तत्काल संज्ञान लेना चाहिए।
जनपद झांसी के जनप्रतिनिधियों ने बाहरी संस्थाओं के खिलाफ डीएम को लिखा पत्र
जनपद के बाहर से आयी खरीद एजेंसियों द्वारा विगत कई वर्षो से जनपद झांसी में खरीद में धांधली की जा रही थी और भुगतान भी नही किया जाता था। साथ ही भुगतान के समय आना कानी की जाती थी। इस बार मूंगफली की खरीद में जनपद झांसी के बबीना विधानसभा से विधायक राजीव सिंह परीछा ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर जनपद के बाहर की संस्थाओं को क्रय केन्द्र के आवंटन का अनुमोदन न करने के लिए बात कहीं है। इसके अलावा जनपद झांसी के अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा भी जिलाधिकारी को नोएडा बनारस व अन्य जनपदों की संस्थाओं के क्रय केन्द्र का खोलने के लिए पत्र लिखे गये है। अब ललितपुर में क्या होता है यह आने वाला समय बतायेगा।
मूंग खरीद कर गायब हुई संस्था, किसान भुगतान के लिए परेशान
जुलाई 2024 में तहसील महरौनी के कई किसानों ने नवीन गल्ला मण्डी में यूपीसीयू द्वारा खोले गये क्रय केन्द्र पर मूंग की फसल विक्रय किया गया था। परन्तु क्रय केन्द्र प्रभारी द्वारा कई माह तक किसानों की फसल का भुगतान नही किया गया। अगौरा व बम्हौरी बहादुर सिंह के 22 किसानों ने सितम्बर माह में जिलाधिकारी को पत्र देकर भुगतान कराने की मांग की थी। जिस संस्थान ने यह खरीद की थी वह बाहर की थी। इसलिए खरीद कर के अपना बोरिया बिस्तर समेट कर भाग गयी और किसान भुगतान के लिए परेशान रहे। यही आलम वर्ष 2023 में हुई मूंगफली खरीद में रहा।