हाईकोर्ट इलाहाबाद में गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग को लेकर दायर की याचिका
ललितपुर पुलिस की लगातार दबिश के चलते कई आरोपी हुए फरार
ललितपुर। चिटफंड माफियाओं पर पुलिस द्वारा जैसे-जैसे शिकंजा कसा जा रहा है। माफिया भी पुलिस की कार्यवाही से बचने के लिए लगातार हाथ-पांव मार रहे है। पहले चिटफंड माफिया, ठगों के गिरोह का सरगना रवि तिवारी ने उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल कर राहत की मांग की थी। अब इसी प्रकरण में वांछित चल रहे है एलयूसीसी के एजेंट हरदेव सिंह पटेल ने भी उच्च न्यायालय में एक याचिका दाखिल की है। जिस पर अभी सुनवाई नही हुई। पुलिस भी आरोपियों पर लगातार शिकंजा कस रही है। अब देखना है कि भोले-भाले लोगों को करोड़ो रूपये का चूना लगाकर ऐशोआराम की जिंदगी जीने वाले आरोपी पुलिस के हत्थे कब चढ़ते है।
ललितपुर पुलिस द्वारा एलयूसीसी कंपनी के कर्ताधर्ता के विरूद्ध लगातार कार्यवाही की जा रही है। विभिन्न थाना क्षेत्रों में चिटफंड माफिया समीर अग्रवाल, रवि तिवारी, सुरेन्द्र पाल सिंह, राहुल तिवारी, आलोक जैन सहित दर्जनों लोगों के विरूद्ध कई मामले विभिन्न धाराओं में दर्ज हो चुके है। इसमें से आलोक जैन व राहुल तिवारी को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। परन्तु अभी भी कई आरोपियों की गिरफ्तारी होना शेष है।
ललितपुर पुलिस द्वारा चिटफंड माफियाओं के गिरोह पर जिस प्रकार से कार्यवाही की जा रही है। उससे ठगी के आरोपियों में दहशत का माहौल है। पुलिस द्वारा एलयूसीसी कंपनी के कर्ता-धर्ताओं सहित कई एजेंटो पर विभिन्न थाना क्षेत्रों में कई मामले दर्ज किये गये है। जिसमें कुछ आरोपियों की गिरफ्तारी चुकी है। वहीं कई आरोपियों की गिरफ्तारी होना अभी शेष है। पुलिस ने फरार चल रहे आरोपियों पर 50 हजार रूपये का इनाम भी घोषित कर दिया है। लेकिन एलयूसीसी कंपनी के सरगना सहित कई आरोपी पुलिस की गिरफ्त में नही आ रहे है।
पहले मु0अ0स0 647/2024 धारा 351 (3), 111, 352, 336(3), 318, 340(2) में वांछित चल रहे एलयूसीसी सहित कई क्रेडिट सहकारी समितियों के सलाहकार व कर्ताधर्ता रवि तिवारी ने उच्च न्यायालय में एक याचिका दाखिल कर पुलिस कार्यवाही पर रोक लगाने सहित अन्य मांग की थी। वहीं अब एलयूसीसी कंपनी का एक ओर बड़ा एजेंट हरदेव सिंह पटेल ने भी उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल कर पुलिस कार्यवाही पर रोक लगाने की मांग की है। जिस पर अब तक कोई सुनवाई नही हुई है।
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उच्च न्यायालय से महाठग रवि तिवारी को नही मिली राहत, विपक्षियों ने पैरवी के लिए अधिवक्ता किया तैनात
एलयूसीसी कंपनी के माध्यम से जनता को करोड़ो रूपये का चूना लगाने वाले महाठग रवि तिवारी ने जो याचिका उच्च न्यायालय दाखिल की थी उस पर शुक्रवार को सुनवाई हुई। परन्तु आरोपी रवि तिवारी को कोई राहत नही मिल सकी। वहीं इस प्रकरण में विपक्षियों ने भी उच्च न्यायालय में अपना अधिवक्ता खड़ा कर दिया है। जो आरोपी रवि तिवारी के खिलाफ क्या-क्या कार्यवाही चल रही है यह उच्च न्यायालय को अवगत करायेगा। लेकिन विपक्षियों द्वारा उच्च न्यायालय में पैरवी के लिए अधिवक्ता खड़ा करने से एक बात को सिद्ध हो गयी है कि आरोपी रवि तिवारी को अब इतने जल्द कोई राहत नही मिल पायेगी। वहीं आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये पुलिस द्वारा भी लगातार दबिश दी जा रही है।
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टीकमगढ़ पुलिस ने कई ठगी के कई आरोपियों को भेजा जेल, समीर अग्रवाल, रवि तिवारी व आलोक जैन को बनाया आरोपी
चिटफंड माफिया समीर अग्रवाल व उसके गुर्गो ने उत्तर प्रदेश के साथ-साथ मध्य प्रदेश में ठगी का नेटवर्क क्रेडिट सोसायटी के माध्यम से फैला रखा है। शुक्रवार को ललितपुर से सटे टीकमगढ़ जिला में पुलिस द्वारा फर्जी चिटफंड कंपनी एलजेसीसी के कई एजेंटो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। साथ ही आरोपियों की 4 करोड़ 15 लाख रूपये की संपत्ति भी जब्त की गयी है। टीकमगढ़ पुलिस ने बताया कि समीर अग्रवाल सहित रवि तिवारी, आलोक जैन पिछले कई वर्षो से ठगी का नेटवर्क चला रहे है। पहले ऑप्शन वन कंपनी से ठगी का यह काम शुरू किया। जब कंपनी पर कार्यवाही का खतरा मंडराने लगा तो फिर विवेकानांद के नाम पर क्रेडिट सोसायटी बना ली। जब मध्य प्रदेश के सहकारिता विभाग ने स्वामी विवेकानांद सोसायटी का कारोबार बंद करा दिया तो मास्टर माइंड समीर अग्रवाल व उसके साथियों ने एलजेसीसी कंपनी का गठन कर लिया। टीकमगढ़ पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उसमें जनपद ललितपुर के बानपुर निवासी अजय तिवारी व सुबोध रावत भी शामिल है। इसके साथ ही रवि तिवारी, आलोक जैन, सुतिक्षण सक्सेना को फरार बताया गया है।