Wednesday, January 15, 2025

निबंधन विभागः लाइसेंस बहाल होने के 15 दिन बाद ही दस्तावेज लेखक ने किया फर्जी बैनामा

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उप निबंधक सदर की मिलीभगत से ग्राम बरौदा बिजलौन में फर्जी व्यक्तियों द्वारा बेची गयी 5 एकड़ भूमि
क्रेता

क्रेता ने आरोपियों के विरूद्ध थाना कोतवाली ललितपुर में कराया मुकदमा दर्ज

दिसंबर माह में एडीएम ने किया था अनिल नायक का लाइसेंस निलंबित

ललितपुर-उप निबंधक कार्यालय के कुख्यात रजिस्ट्री लेखक अनिल कुमार नायक ने लाइसेंस बहाल होने के 15 दिन बाद ही एक फर्जी बैनामा कर दिया। जिसमें सब रजिस्ट्रार अवनीश कुमार राय व निबंधक लिपिक की भी मिलीभगत है। यह बैनामा 8 जनवरी को पंजीकृृत हुआ था। उक्त प्रकरण में फर्जी व्यक्तियों द्वारा ग्राम बरौदा बिजलौन में 5 एकड़ भूमि का फर्जी बैनामा कर दिया और क्रेता से लाखों रूपये की ठगी कर ली। इस प्रकरण में थाना कोतवाली ललितपुर में मुकदमा भी पंजीकृत हो गया है।
उप निबंधक सदर कार्यालय के दस्तावेज / रजिस्ट्री लेखक अनिल कुमार नायक सदैव ही अपने धोखाधड़ी के कार्यो को लेकर विवादों में रहते है। उप निबधंक कार्यालय में जो भी फर्जीबाड़ा होता है उसमें अधिकारियों के साथ-साथ दस्तावेज लेखक अनिक कुमार नायक की भी मिलीभगत होती है। कई बड़े फर्जी बैनामों में भी अनिल कुमार नायक का नाम आ चुका है। लेकिन तिकड़म लगाकर हर बार यह दस्तावेज लेखक बच निकलता है।
दिसंबर माह में भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष नीतेश संज्ञा ने उच्चाधिकारियों को एक शिकायती पत्र देकर दस्तावेज लेखक अनिल कुमार नायक व महेन्द्र राय पर था कि यह दस्तावेज का लेखन नही करते है। महेन्द्र राय दस्तावेज लेखक के माध्यम से बैनामा तैयार कराते है एवं जो भी बैनामा इनके द्वारा कराया जाता है उसमें बड़े पैमाने पर स्टाम्प व निबधंन शुल्क की चोरी होती है। उप निबंधक कार्यालय में कोई कार्य न होने के बावजूद यह 11 बजे से 5 बजे तक कार्यालय में उपस्थित रहते है। इसके अलावा कई फर्जी बैनामा भी करने का आरोप भी लगाया गया था। जिसके बाद जिला निबंधक/ अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) अंकुर श्रीवास्तव ने पत्रांक संख्या 115/चार-मु0नि0लि0- (2023-24) दिनांक 11 दिसंबर 2023 को दस्तावेज लेखक अनिल कुमार नायक का लाइसेंस संख्या 21/23 निलंबित कर दिया था और 10 दिन के अन्दर स्पष्टीकरण देेने के निर्देश दिये थे। साथ ही महेन्द्र राय दस्तावेज लेखक का लाइसेंस संख्या 30/2019 भी पत्रांक संख्या 116/चार-मु0नि0लि0- (2023-24) दिनांक 11 दिसंबर 2023 को निलंबित कर दिया था।
परन्तु स्पष्टीकरण प्राप्त होते ही 8 दिन के अन्दर दस्तावेज लेखक अनिल कुमार नायक का लाइसेंस चेतावनी के साथ पत्रांक संख्या 118/मु0नि0लि0- द0ले0ल0 (2023-24) दिनांक 20 दिसंबर 2023 को व महेन्द्र राय का लाइसेंस भी पत्रांक संख्या 119/मु0नि0लि0-द0ले0ला0 (2023-24) दिनांक 20 दिसंबर 2023 को बहाल कर दिया था। साथ ही निर्देश दिये थे कि भविष्य में दस्तावेज लेखन में किसी प्रकार की त्रुटि और शिकायत में संलिप्तता न हो, नही तो उत्तर प्रदेश दस्तावेज लेखक अनुज्ञापन नियमावली-1977 के अन्तर्गत कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।
कार्यवाही समाप्त होने के 15 दिन बाद ही दस्तावेज लेखक अनिल कुमार नायक ने सब रजिस्ट्रार अवनीश कुमार राय व निबंधन लिपिक के साथ मिलकर फिर से एक फर्जीबाड़ा कर दिया। कार्यालय में 8 जनवरी 2024 को पंजीकृत हुए बैनामा संख्या 141/2024 में फर्जी भू-स्वामियों द्वारा ग्राम बरौदा बिजलौन की आराजी संख्या 119 का सौदा कर दिया गया। 5 एकड़ से अधिक की यह भूमि जितेन्द्र विक्रम सिंह व पुष्पेन्द्र विक्रम सिंह निवासी सिविल लाइन के परिजनों द्वारा क्रय की गयी। बाद में जब यह निकलकर आया कि जिस महताप पुत्र सुख सिंह निवासी ग्राम बरौदा विजलौन की  जिस भूमि का बैनामा 8 जनवरी को हुआ है। वह किसी फर्जी व्यक्ति द्वारा किया गया है। भूमि के वास्तविक मालिक को इसकी जानकारी नही है। बैनामा संख्या 141/2024 में दस्तावेज लेखक अनिल नायक तहरीर कर्ता है। अब यह मामला पुलिस के पास पहुंच गया है। पुलिस ने फर्जी बैनामा करने वाले अनिकेत पुत्र राजेन्द्र, श्रीराम पुत्र मामा, रतिराम, चन्दा, विशाल मिस्त्री, बालाजी कम्प्यूटर सुपर मार्केट, विनोद कुमार व 3 अज्ञात व्यक्तियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस बैनामा में जो आधार कार्ड, पेन कार्ड व अन्य दस्तावेज प्रयोग हुए है। वह भी फर्जी है। जिस महताप ने बैनामा किया है वह भी फर्जी व्यक्ति है।
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गंभीरता से होती अभिलेखों की जांच तो मौके पर ही पकड़ा जाता मामला
उप निबंधक कार्यालय में इस कदर भ्रष्टाचार व्याप्त है कि कमीशन लेकर कोई भी काम किया जा सकता है। दस्तावेज लेखक अनिल कुमार नायक व सब रजिस्ट्रार की मिलीभगत से जो फर्जी बैनामा ग्राम बरौदा बिजलौन का हुआ है उसमें अगर उप निबंधक या निबंधन लिपिक गंभीरता से अभिलेखों का ऑनलाइन रिकॉर्ड जांच लेते तो फर्जी बैनामा रूक सकता था। क्योंकि इस आराजी संख्या 119 का दानपत्र संख्या 14745/2022 महताप पुत्र सुकसींग निवासी ग्राम बरौदा बिजलौन द्वारा अपने पुत्र राजेश कुमार व बहु बालेश कुमारी के पक्ष में 17 दिसंबर 2022 को उप निबंधक सदर कार्यालय में दर्ज कराया गया था। जिसमें बकायदा स्टाम्प व निबंधन शुल्क अदा किया गया था। परन्तु कमीशन के चक्कर में जहां कुख्यात दस्तावेज लेखक अनिल कुमार नायक व सब रजिस्ट्रार ने यह फर्जी कार्य हो जाने दिया। साथ ही निबंधन लिपिक द्वारा भी दस्तावेजों की जांच सही से नही की गयी। नही तो मामला मौके पर ही पकड़ में आ जाता।

इसके पूर्व भी कई फर्जी बैनामा करा चुका है दस्तावेज लेखक अनिल नायक
कुख्यात दस्तावेज लेखक अनिल कुमार नायक का फर्जी बैनामें का यह कोई पहला मामला नही है। इसके पूर्व भी यह फर्जी व्यक्तियों के द्वारा कई फर्जी बैनामा करा चुका है। ग्राम रोंड़ा का सियाजू वाला प्रकरण और ग्राम पटौरा कलां में भी फर्जी बैनामा का प्रकरण चर्चित रहा है। ग्राम रोंड़ा वाले प्रकरण में दस्तावेज लेखक अनिल कुमार नायक पर एफआईआर भी दर्ज हुई थी।

दस्तावेज दर्ज कराने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाले 3 विभागीय व्यक्ति तो नही है अज्ञात ?
थाना कोतवाली ललितपुर पुलिस ने उक्त फर्जीवाड़ा में जो अपराध संख्या 118/2024 7 नामजद आरोपियों व 3 अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध दर्ज हुआ है। उसमें अज्ञात को लेकर भी तरह-तरह के कयास लगाये जा रहे है। क्योकि यह अज्ञात व्यक्ति कौन है, सभी जानने को उत्सुक है। लेकिन यह पुलिस की विवेचना से स्पष्ट होगा कि किस अज्ञात  व्यक्ति द्वारा इस फर्जीवाड़े में मदद की गयी। परन्तु फर्जी बैनामा में जो लापरवाही एक साजिश के तहत बरती गयी है, वह भी 3 व्यक्ति है। जिसमें बैनामा तैयार करने वाले दस्तावेज लेखक अनिल कुमार नायक, अभिलेखों को जांचने वाले निबंधन लिपिक व बैनामा को रजिस्टर्ड करने वाले सब रजिस्ट्रार अवनीश कुमार राय शामिल है। जिसमे दस्तावेज लेखक का तो फर्जीवाड़े का रिकार्ड पुराना है। वहीं सब रजिस्ट्रार द्वारा भी गाजियाबाद में मुख्तारनामा घोटाला किया गया है। जिसमें यह निलंबित हुए थे और जांच भी चल रही है।

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