मोटा कमीशन लेकर खरीद केन्द्रों पर लिया जा रहा है व्यापारियों का माल
किसानों के फर्जी प्रपत्रों से पंजीकरण कराकर हो रही है एमएसपी पर खरीद
नवीन गल्ला मण्डी में संचालित हो रहे है चार मूंगफली क्रय केन्द्र
ललितपुर-जनपद में मूल्य समर्थन योजना के अन्तर्गत चल रही मूंगफली की खरीद में केन्द्र प्रभारियों और बिचौलियों की बल्ले-बल्ले हो रही है। बाजार से माल खरीद कर केन्द्रों पर मुनाफें में डाला जा रहा है और किसानों के फर्जी प्रपत्र लगाकर खरीद की जा रही है। मूंगफली खरीद में धांधली का आलम यह है कि अकेले नवीन गल्ला मण्डी में 4 खरीद केन्द्र संचालित हो रहे है। जनपद में आधा दर्जन से अधिक मूंगफली खरीद केन्द्र संचालित हो रहे है और व्यापारियों का माल इन पर डाला जा रहा है इसकी जानकारी सहकारिता विभाग के अधिकारियों को है। परन्तु वह जानबूझकर अपने हित में आंख बंद किये हुए है। ताकि मोटा कमीशन मिल सके।
नेफेड द्वारा मूल्य समर्थन योजना के अन्तर्गत मूंगफली की खरीद की जा रही है। इसके लिए जनपद ललितपुर में भी पीसीयू, पीसीएफ, मां जानकी, एग्री क्रॉप, एबीएन मल्टीस्टेट, एग्रो सोसाइटी के खरीद केन्द्र जनपद में संचालित हो रहे है। मूंगफली का समर्थन मूल्य 6760 रूपये प्रति कुन्तल निर्धारित किया गया है। वहीं मण्डी में मूंगफली के दाम कम चल रहे है। इसका लाभ उठाते हुए खाद्यान्न माफियाओं और बिचौलियों ने एक सिंडीकेट तैयार कर लिया है। यह सिंडीकेट मण्डी से माल उठाकर केन्द्रों पर डाल रहे है। वहीं कागजी खानापूर्ति के लिए व्यापारियों द्वारा अपने चहेते किसानों के प्रपत्र प्रस्तुत कर के पंजीकरण कराया जा रहा है और खरीद जोर-शोर पर चल रही है।
जानकार बता रहे है कि मण्डी में और खरीद केन्द्रों पर मूंगफली के प्रति कुन्तल दाम में 500-600 रूपये का अन्तर चल रहा है। साथ ही व्यापारियों द्वारा मूंगफली के सरकारी खरीद की जानकारी मिलने से पहले ही बड़े पैमाने पर स्टॉक जमा कर के रख लिया गया था अब यह मूंगफली का माल केन्द्रों पर डाला जा रहा है। इसके लिए व्यापारियों व बिचौलियों ने पीसीएफ, पीसीयू व अन्य खरीद केन्द्रों के प्रभारियों को मोटी कमीशन देकर सेट कर लिया है। इसके पूर्व यह माफिया मसूर व चना खरीद में भी सैंकड़ों कुन्तल अनाज किसानों के फर्जी प्रपत्र लगाकर डाल चुके है और लाखों रूपये का लाभ अर्जित कर लिया है। अब यह मूंगफली खरीद में धांधली कर रहे है। अब तक हजारों कुन्तल मूंगफली जो व्यापारियों द्वारा किसानों के फर्जी प्रपत्र प्रस्तुत कर के इन सरकारी केन्द्रों पर बेंची जा चुकी है।
पीसीयू के खरीद केन्द्रों पर हो रही है सबसे अधिक धांधली, सत्ताधारी दल का युवा नेता दे रहा है माफियाओं को संरक्षण
जानकारी मिली है कि सहकारिता विभाग की एजेन्सी पीसीयू के द्वारा जनपद में 4 खरीद केन्द्र संचालित किये जा रहे है। जिसमें एक केन्द्र थनवारा, नवीन गल्ला मण्डी में व महरौनी में संचालित किया जा रहा है। इन केन्द्रों पर जनपद मे सत्ताधारी दल का एक युवा नेता संचालित कर रहा है। इसके पूर्व भी यह सहकारिता विभाग के सहायक निबंधक के संरक्षण में कई खरीद में घोटाला कर चुका है। अब मूंगफली खरीद में धांधली हो रही है। यहां पर बड़े पैमाने पर व्यापारियों व बिचौलियों का माल लिया जा रहा है। सत्ताधारी दल के संरक्षण में इस युवा नेता ने पीसीयू को अपनी निजी एजेन्सी बना लिया है। क्योंकि पीसीयू ने जनपद में जितने भी खरीद किये है उसका संचालन इसी के द्वारा किया जाता है।