बीडीओ के खास कर्मचारी अपने हिसाब से कर रहे हैं लिस्ट तैयार
मनरेगा में आउटसोर्सिंग के माध्यम से हुई है कर्मचारियों की भर्ती
ललितपुर-जनपद के ग्राम्य विकास विभाग में संचालित मनरेगा योजना में कार्यों को गति प्रदान करने के लिए रिक्त चल रहें पदों पर आउटसोर्सिंग के माध्यम सहायक कार्यक्रम अधिकारी, तकनीकी सहायक व कम्प्यूटर आपरेटर की भर्ती की गई है। आउटसोर्सिंग के माध्यम से नियुक्त कर्मचारियों की तैनाती विकासखंड का आवंटन कर दिया गया।परन्तु तकनीकी सहायक को ग्राम पंचायतों के आवंटन में सबसे अधिक खेल चल रहा है।बार,तालबेहट,जखौरा,महरौनी में तकनीकी सहायकों को ग्राम पंचायतों का आवंटन तो अन्य दिया गया।परन्तु मड़ावरा व बिरधा में अभी ग्राम पंचायतों का आवंटन नहीं हुआ। दोनों विकासखंड में बीडीओ के खास तकनीकी सहायक इस जुगाड में है कि किस प्रकार अधिक-अधिक मालदार ग्राम पंचायतों का प्रभार ले ले।
हाल ही मनरेगा योजना के तहत रिक्त चल रहें पदों पर आउटसोर्सिंग के माध्यम से भर्ती की गई है।जिसमें 2 सहायक कार्यक्रम अधिकारी,1 कम्प्यूटर आपरेटर व 21 तकनीकी की भर्ती हुई है।भर्ती के बाद सभी कर्मचारियों को ब्लॉक का आवंटन कर दिया गया।परन्तु सबसे अधिक घमासान तकनीकी सहायकों को ग्राम पंचायत आवंटन को लेकर है। विकासखंड महरौनी,बार,तालबेहट,जखौरा में नवनियुक्त तकनीकी सहायकों को ग्राम पंचायतों का आवंटन हो गया है। परन्तु विकासखंड बिरधा व मड़ावरा में अभी तक तकनीकी सहायकों को ग्राम पंचायतों का आवंटन नहीं किया गया है। दोनों विकासखंडों के बाहुबलि तकनीकी सहायक और बीडीओ के खास तकनीकी सहायक अधिक-अधिक मालदार ग्राम पंचायतों को पाने के लिए एड़ी -चोटी का जोर लगा रहें।किस प्रकार बड़ी ग्राम पंचायतों को हथिया ले। इसके लिए सिफारिशों से लेकर तरह-तरह के प्रलोभन अधिकारियों को दिये जा रहें हैं।खण्ड विकास अधिकारी भी इंतजार कर रहें हैं।किस प्रकार अपने खास तकनीकी सहायकों को अधिक से अधिक बड़ी ग्राम पंचायत दिला दें।वहीं जानकारी मिली है बिरधा मै बीडीओ के खास कुछ तकनीकी सहायक अपने हिसाब से ग्राम पंचायतों को तय कर रहें हैं।
मुख्यालय पर तैनात संविदाकर्मी अपने खास टीए को ग्राम पंचायतें दिलाने के लिए है प्रयासरत
हाल हीं में नियुक्त हुये तकनीकी सहायक की भर्ती में सिफारिशों का दौर चला है।मनरेगा में मुख्यालय पर तैनात एक संविदाकर्मी ने कंपनी व अधिकारियों से सांठ-गांठ अपने खास व्यक्तियों को तकनीकी सहायक बनाकर उन्हें नियुक्त करा लिया है।अब उन्हें अपने मनमाफिक ग्राम पंचायतें दिलाने के लिए भी प्रयासरत हैं।इस संविदाकर्मी की नजर विकासखंड बिरधा व मड़ावरा की बड़ी ग्राम पंचायतों पर है। जिन्हें यह अपने खास तकनीकी सहायकों को दिलाने के प्रयास में है।यह दोनों विकासखंड में प्रभारी के तौर पर सेवाएं दे चुका है। रूपये का लेन-देन कर इसने भर्ती कराई।अब मनमाफिक ग्राम पंचायत आवंटन कराकर फिर से कमाई के सपने देख रहा है।