भ्रष्ट अधिकारियों व कर्मचारियों पर के विरूद्ध विभागीय कार्यवाही के भी दिये आदेश
ललितपुर। मौसम की पहली बारिस ने जिला पंचायत की तालाब योजना की जो पोल खोली थी। अवर अभियंता दिनेश कुमार, अभियंता सुनील कुमार व अपर मुख्य अधिकारी अर्जुन सिंह द्वारा बांसी के बड़े तालाब पर कार्य कराकर ध्वस्त विंग वॉल व अन्य कार्यो की मरम्मत को करा ली थी। परन्तु जिला पंचायत के मरम्मत के कार्य को शासन ने संज्ञान में लिया है। अपर मुख्य सचिव ने बांसी के बड़े तालाब पर जो भ्रष्टाचार किया गया है। उसकी जांच टीएसी से कराने के आदेश कर दिये है। वहीं कर्मचारियों व अधिकारियों पर विभागीय कार्यवाही के लिए भी आदेश दिये है। अपर मुख्य सचिव के इस आदेश से जिला पंचायत में हड़कम्प मचा हुआ है।
जिला पंचायत द्वारा बांसी के बड़े तालाब पर 20 लाख रूपये खर्च कर कर जीर्णोद्वार व मरम्मत के कार्य विगत वित्तीय वर्ष में कराये गये थे। कार्यो के बाद ठेकेदार को लाखों रूपये का भुगतान भी कर दिया गया था। परन्तु मौसम की पहली बारिश में ही बांसी का बड़े तालाब की 100 मीटर विंग वॉल ध्वस्त हो गयी व अन्य कार्यो ने भी जबाव दे दिया। इससे सिद्ध हो गया था कि जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी अर्जुन सिंह, अभियंता सुनील कुमार व अवर अभियंता दिनेश कुमार द्वारा जिस तालाब पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है। जब यह खबर समाचार पत्रों में प्रकाशित हुई तो आनन-फानन में तालाब पर मरम्मत का काम करा दिया गया। इस प्रकरण की शिकायत भी की गयी थी।
श्किायत के बाद अपर मुख्य सचिव पंचायती राज ने इस प्रकरण को संज्ञान में लिया था और अपर मुख्य अधिकारी से जबाव तलब किया था। अपर मुख्य अधिकारी ने जो जबाव दिया था उससे शासन संतुष्ट नही हुआ। जिसके बाद इस प्रकरण में टीएसी जांच के आदेश दे दिये गये है। वहीं दोषी अधिकारियों पर विभागीय कार्यवाही के लिए भी लिखा गया है। टीएसी जांच के आदेश होने के बाद जिला पंचायत के भ्रष्ट अधिकारियों में हड़कम्प मचा हुआ है। क्योंकि अब कार्यवाही की तलवार उन पर लटक रही है।
बिना कार्य के एमबी करने में माहिर है अवर अभियंता दिनेश
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिला पंचायत में कार्यरत अवर अभियंता दिनेश कुमार के समस्त कार्यो की जांच करा ली जाए तो बड़ा घोटाला सामने आयेगा। क्योंकि कमीशन की लालच में अवर अभियंता दिनेश कुमार कार्य होने के पूर्व ही एमबी कर देता है। एड़वांस में कमीशन लेकर कोई भी कराने के लिए तैयार रहता है। दिनेश कुमार के पास जब अभियंता का प्रभार था, तब भी उसने बड़े पैमाने पर घोटाला किया था।
कानपुर के टीनशैड़ ठेकेदार रियाज खान पर कार्यवाही का इंतजार
जिला पंचायत ललितपुर में भ्रष्टाचार व कमीशनखोरी का चोली दामन का साथ है। यहां पर अध्यक्ष व एएमए की मिलीभगत से जमकर भ्रष्टाचार किया जाता है। सबसे अधिक भ्रष्टाचार टीनशैड निर्माण योजना में हो रहा है। कानपुर के एक ठेकेदार रियाज खान पर जिला पंचायत इस कदर मेहरबान है कि हर वर्ष 3-4 करोड़ रूपये के टीनशैड कमीशन के लालच में स्थापित कराये जा रहे है। डबल कमीशन मिलने पर सबसे पहले टीनशैड का भुगतान होता है। निर्माण कार्यो के भुगतान बाद में किये जाते है। जानकारी मिली है कि 15वें वित्त आयोग, राज्यवित्त आयोग के साथ-साथ जिला निधि से भी टीनशैड़ निर्माण के काम कराये गये है। ठेकेदार की सहूलियत के लिए पार्ट पैमेंट न करना पड़े इसलिए एक जॉब का नियम निविदा शर्त में जोड़ा जाता है। ताकि एक बार में भुगतान किया जा सके।